बात 1939 की है। पंडित मदन मोहन मालवीय ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर को चिट्ठी लिखकर हमेशा के लिए भारत आने का न्योता भेजा। शिक्षा दर्शन (Philosophy) के ये प्रोफेसर वहां पूर्वी दुनिया के धर्म और नैतिकता के पाठ पढ़ाया करते थे। प्रोफेसर ने भी खुशी-खुशी न्योता स्वीकार किया और ऑक्सफोर्ड की नौकरी छोड़कर भारत […]