केंद्र के बाद अब राज्य सरकार भी अपने कर्मचारियों को दीपावली पर बोनस दे सकती है। सरकार के स्तर पर इसको लेकर तैयारी की जा रही है। सरकार महंगाई भत्ता बढ़ाने की भी घोषणा कर सकती है।
सूत्रों का कहना है कि दशहरा के बाद बोनस देने और महंगाई भत्ता बढ़ाने की घोषणा की जा सकती है। इससे संबंधित फाइल मंजूरी के लिए जल्द ही मुख्यमंत्री के सामने रखी जाएगी। मंजूरी मिलने के बाद दीपावली से पहले अराजपत्रित कर्मचारियों को बोनस दिया जा सकता है। इससे लगभग 14 लाख कर्मचारियों को लाभ होगा। सूत्रों का यह भी कहना है कि बोनस के अलावा सभी राज्यकर्मियों व शिक्षकों को भी महंगाई भत्ता भत्ता बढ़ाकर देने की घोषणा की जा सकती है। इस संबंध जल्द ही आदेश जारी किए जाएंगे।
गौरतलब है कि हाल ही में केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों को बोनस देने के साथ ही बढ़ी दर से महंगाई भत्ता देने की घोषणा की है। इसी आधार पर राज्य सरकार भी बोनस दे सकती है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि सरकार अगर महंगाई भत्ता और महंगाई राहत भत्ता में चार फीसदी तक की बढ़ोतरी करती है तो सरकारी खजाने पर हर महीने 300 करोड़ रुपये अधिक का व्ययभार बढ़ेगा।
सूत्रों का कहना है कि नियमानुसार केन्द्र द्वारा तय दर के आधार पर ही राज्य में भी अराजपत्रित कर्मचारियों को बोनस दिया जाता है। इस नियम के आधार पर प्रति कर्मचारी को अधिकतम 7000 रुपये तक बोनस मिल सकता है।