90 से ज्यादा बड़े उद्योगपति शामिल होंगे
बुधवार से होने वाले इस समिट में 90 से ज्यादा बड़े उद्योगपति शामिल होंगे। इसके अलावा 300 से ज्यादा डेलिगेट्स भी समिट में भाग लेंगे। दो दिन चलने वाले इस समिट में करोड़ों के निवेश मध्य प्रदेश में आने की संभावना है। पहले दिन दोपहर दो बजे से अलग-अलग सेक्टरों पर पांच समानांतर सत्र होंगे। यह सत्र एग्रीकल्चर, फूड एंड डेयरी प्रोसेसिंग, फार्मास्युटिकल और हेल्थ केयर, नेचुरल गैस एंड पेट्रो केमिकल्स सेक्टर में अवसर, रिन्यूवल एनर्जी विषय पर होंगे। इसी दिन दोपहर तीन बजे से टेक्सटाईल और गारमेंट विषय पर विशेष सत्र भी होगा।
समिट के पहले दिन ही शाम चार से 5:30 बजे तक आईटी, पर्यटन, लाजिस्टिक एंड वेयर-हाउसिंग, अर्बन एरिया में इंफ्रा-स्ट्रक्चर डेवलपमेंट विषय पर सत्र होंगे। विशेष सत्र ऑटो मोबाइल एंड ऑटो कंपोनेंट विषय पर होगा। यह सत्र शाम 4:30 से छह बजे के बीच होगा।
समिट के दूसरे दिन 12 जनवरी को निवेश के विभिन्न विषय पर सत्र होंगे। सुबह 11 से दोपहर 12 बजे के बीच मध्य प्रदेश से निर्यात की संभावनाएं, सामाजिक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए वित्तीय सहायता, एक्सेस मध्य प्रदेश कम्प्लीट बिजनेस सॉल्यूशन और इंडिया और इस्राइल, यूएसए और यूएई (आई2 यू 2) समूह के साथ साझा निवेश पर चर्चा होगी।
इसी दिन दोपहर 12:15 बजे से अगले समानांतर सत्र होंगे, जिनमें प्रमुख रूप से भारत की पांच ट्रिलियन की इकानॉमी में मध्य प्रदेश का योगदान, एयरो स्पेस और डिफेंस, भारत में मैन्युफैक्चरिंग को गति देने में मध्य प्रदेश का योगदान और शिक्षा और कौशल विकास पर निवेशकों के बीच चर्चा होगी। दूसरे दिन दोपहर दो से तीन बजे के बीच विशेष सत्र में मध्य प्रदेश में स्टार्ट-अप के लिए अनुकूल वातावरण पर चर्चा होगी। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का समापन सत्र 12 जनवरी को दोपहर तीन बजे से होगा।
प्रदेश में उद्योगों के लिए एक लाख एकड़ से ज्यादा विकसित भूमि है। जिसे सरकार प्रदेश में निवेश करने वालों को रियायती दामों पर देगी। ज्यादातर उद्योग पीथमपुर क्षेत्र में अपने उद्योग स्थापित करना चाहते है,क्योकि यहां कनेक्टिविटी बेहतर है।