प्रदेश में 120 लाख हेक्टेयर में अब तक खरीफ फसलों की बोवनी हो चुकी है। धान की बोवनी का काम चल रहा है। उधर, किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा कराने के लिए 76 लाख आवेदन किए हैं। इसमें 72.72 लाख आवेदन उन किसानों के हैं, जिन्होंने बैंकों से फसल ऋण लिया है। बीमा के लिए प्रीमियम जमा कराने आज सोमवार को अंतिम दिन रहेगा। पिछले साल खरीफ फसलों के लिए 47 लाख किसानों ने आवेदन किए थे।

कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्रदेश में लगातार फसल बीमा कराने वाले किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है। किसानों को बीमा कराने के लिए प्रेरित करने सभी विकासखंडों में रथ भी चलाए गए हैं। इस बार खरीफ फसलों के लिए आी तक 76 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं। इसमें 74 लाख आवेदन जिला सहकारी केंद्रीय बैंक और अन्य बैंकों से फसल ऋण लेने वाले किसानों ने किया है। दो लाख गैर ऋणी कृषकों ने बीमा कराया है। यह संख्या पिछले साल से लगभग डेढ लाख अधिक है।

फसल बीमा कराने के लिए प्रदेश में सर्वाधिक छह लाख नौ हजार 832 आवेदन राजगढ़ जिले के किसानों ने किए हैं। उज्जैन में पांच लाख 22 हजार, शाजापुर में चार लाख 59 हजार, मंदसौर में चार लाख 32 हजार, सीहोर में चार लाख सात हजार, विदिशा में तीन लाख 74 हजार, देवास में तीन लाख 74 हजार, देवास में तीन लाख 64 हजार, इंदौर में एक लाख 71 हजार, भोपाल में 91 हजार 392, जबलपुर 15 हजार 847 और ग्वालियर में 25 हजार 123 आवेदन प्राप्त हुए हैं। सबसे कम तीन हजार 186 आवेदन बुरहानपुर जिले में प्राप्त हुए हैं।