मध्यप्रदेश के 75 ऐतिहासिक स्थलों पर होगा योग
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून पर प्रदेश के 75 ऐतिहासिक स्थलों के अलावा सभी जिला मुख्यालयों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में योग किया जाएगा। प्रदेश में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में चार स्थानों पर केंद्रीय मंत्री भी शामिल होंगे।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को प्रदेश में भव्य रूप में मनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों से चर्चा कर कहा कि भारत सरकार से प्राप्त पल-प्रतिपल कार्यक्रम अनुसार 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने की बेहतर तैयारी की जाए। मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाए जाने के लिए प्रदेश में 75 ऐतिहासिक स्थल और समस्त जिला मुख्यालयों में कार्यक्रम होंगे। उन्होंने कहा कि भोपाल के लाल परेड मैदान के कार्यक्रम में वे स्वयं शामिल होंगे। प्रदेश के 4 स्थल पर केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामों में निर्माणाधीन अमृत सरोवरों के किनारे आयोजन करें। राज्य के सभी मंत्री कार्यक्रमों में शामिल हों। युवा और विभिन्न सामाजिक संगठन योग के लिए अधिकाधिक संख्या में भाग लें। मुख्यमंत्री ने बैठक में वर्चुअली ग्वालियर, रायसेन, छतरपुर और अनूपपुर जिलों के कलेक्टर से तैयारियों की जानकारी ली। उन्होंने कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार कराने के निर्देश भी दिए।
किया जाएगा योगाभ्यास
प्रदेश के सभी कार्यक्रम स्थल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संदेश के प्रसारण की व्यवस्था की जाएगी। भारत सरकार द्वारा जारी पल- प्रतिपल कार्यक्रम के अनुसार प्रातः 6 बजे से सभी सहभागी उपस्थित होंगे और केंद्रीय मंत्रियों तथा अतिथियों का संबोधन होगा। प्रातः 6ः30 बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संदेश का प्रसारण होगा। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी का संदेश प्रसारित किया जाएगा। कार्यक्रम में प्रातः 7 बजे से योगाभ्यास होगा।
पर्यटन स्थलों को चुना जाएगा योग कार्यक्रम के लिए
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद प्रदेश के स्कूलों एवं महाविद्यालय में योग दिवस के आयोजन के संबंध में स्कूल शिक्षा एवं उच्च शिक्षा विभाग द्वारा निर्देश जारी किये गए हैं। साथ ही प्रदेश के सभी जनपद एवं ग्राम पंचायत स्तर पर योग के सामूहिक कार्यक्रम के आयोजन के संबंध में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा निर्देश जारी किये गये हैं। आजादी के अमृत उत्सव में प्रदेश के 75 स्थानों पर विशेष आयोजन किए जाएंगे। इनमें पुरातत्वीय एवं पर्यटन की दृष्टि से अपना विशेष स्थान रखने वाले स्थलों को चिन्हित किया गया है।
इसलिए 21 जून को मनाया जाता है योग दिवस
21 जून का दिन नॉर्दर्न हेमिस्फियर यानी उत्तरी गोलार्द्ध में ग्रीष्म संक्रांति का सबसे लंबा दिन होता है, या दूसरे शब्दों में कहा जाए कि यह वर्ष का वह समय होता है जब सूरज उत्तर से दक्षिण की ओर बढ़ता है। यह उन दो महत्वपूर्ण दिनों में से एक है जब सूरज की किरणें दो ट्रॉपिकल लैटीट्यूड लाइंस यानी उष्णकटिबंधीय अक्षांश रेखाओं में से एक पर बिल्कुल सीधे पड़ती हैं। ऐसे में माना जाता है कि इस बदलाव का लोगों पर बहुत प्रभाव पड़ता है। योग गुरुओं के अनुसार यह संक्रमण काल होता है, ऐसे में इस दिन योग का अभ्यास करना सबसे अच्छा होता है। इस दिन को योग दिवस के लिए चुनने का एक अन्य महत्वपूर्ण कारण यह भी है कि इस दिन दुनिया के सबसे पहले योगी माने जाने वाले आदियोगी (भगवान शिव) ने सप्तऋषियों के साथ दक्षिण की ओर की यात्रा शुरू की थी। ये सभी ऋषि आदियोगी के पहले शिष्य बने और इन्होंने ही दुनिया के अन्य भागों में योग के महत्व को पहुंचाने में मदद की।
जाने प्रतीक चिन्ह के बारे में
योग दिवस का विषय मानवता के लिए योग रखा गया है। इसके प्रतीक चिन्ह में दोनों हाथों का जोड़ना योग का प्रतीक है। यह व्यक्तिगत चेतना का सार्वभौमिक चेतना के साथ योग को प्रतिबिंबित करता है। यह शरीर और मन, मनुष्य और प्रकृति की समरसता का प्रतीक भी है। यह स्वास्थ्य और कल्याण के समग्र दृष्टिकोण को भी चित्रित करता है। प्रतीक चिन्ह में चित्रित भूरी पत्तियाँ, भूमि, हरी पत्तियाँ, प्रकृति और नीली पत्तियाँ, अग्नि तत्व के प्रतीक हैं। दूसरी ओर सूर्य, ऊर्जा और प्रेरणा के स्रोत का प्रतीक है। यह प्रतीक चिन्ह मानवता के लिए शांति और समरसता को प्रतिबिंबित करता है, जो योग का मूल है।
द्वारा राजेंद्र पाराशर पत्रकार भोपाल