श्री काशी विश्वनाथ धाम भारत की  पुरातन और आधुनिक परंपरा के व्यवस्थित समन्वय का एक आदर्श  उदाहरण है। 

सीएम योगी ने कहा की वाराणसी में  2014 के पहले लटकते तार ,तंग गालिया ,गन्दगी आम बात थी।
सीएम ने बोला स्मार्ट सिटी लोगो के जीवन में सुगम, सरल  है
जो 2014 के पहले काशी आए होंगे अब व् काशी को नहीं पहचान पाते।

काशी का विकास मॉडल देश के लिए नज़ीर  बन रहा है।
पूर्व की सरकारो  ने जो थोड़े विकास किए थे  व  व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए विकास  होते थे।

वाराणसी में पहली बार अखिल भारतीय महापौर सम्मेलन आयोजन हुआ । सम्मेलन की थीम ‘न्यू अर्बन इंडिया’ में प्रधानमंत्री वीडियो कांफ्रेंस  के माध्यम से जुड़े। वही उत्तर प्रदेश  के मुख्यम्नत्री योगी आदित्यनाथ सम्मलेन में  मौजूद थे। पं. दीनदयाल हस्तकला संकुल में देश  भर से आए करीब 120 मेयर मौजूद  रहे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2014 के बाद से शहर में रह रहे लोगों के जीवन को आसान  बनाने के लिए प्रधानमंत्री लगातार प्रयास कर  रहे है। सीएम ने बोला स्मार्ट सिटी लोगो के जीवन में सुगम, सरल  है और सुरक्षा प्रदान कर रही है। सीएम योगी ने कहा की वाराणसी में  2014 के पहले लटकते तार ,तंग गालिया ,गन्दगी आम बात थी। पिछले  सात सालो में काशी के विकास  में रोज़ नया अध्याय जुड़  रहा है। सीएम ने  काशी के विकास मॉडल के साथ उत्तर प्रदेश के भी विकास मॉडल की चर्चा किए। उन्होंने कहा कि श्री काशी विश्वनाथ धाम भारत की  पुरातन और आधुनिक परंपरा के व्यवस्थित समन्वय का एक आदर्श  उदाहरण है। काशी में श्री  विश्वनाथ धाम को राष्ट्र को समर्पित  के बाद इस कानफ्रेंस का आयोजन, पीएम के नगरीय विकास को गति देने की योजना का ही हिस्सा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ‘न्यू अर्बन इंडिया’ विषय  पर अखिल भारतीय महापौर सम्मेलन में संबोधित करते हुए। देश भर से आए मेयर  काशी और उत्तर प्रदेश के विकास मॉडल  के बारे में बताया। सीएम ने कहा की देश के सौ स्मार्ट  सिटी में 10 उत्तर प्रदेश में है।  इसका इंटीग्रेटेड सिटी कमांड सेंटर सभी तरह सुविधाएं प्रदान कर रहा है। इसके तहत  नगर निगम  के कामों के  अलावा 24 करोड़ लोगो को सुरक्षित स्न्नान कराया गया था। प्रयागराज  हुए कुंभ मेले का भव्य और व्यवस्थित आयोजन हुआ था।  स्मार्ट सिटी का हर क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है। वाराणसी में  सात सालो में तेजी से विकास  हुआ है। जो 2014 के पहले काशी आए होंगे अब व् काशी को नहीं पहचान पाते।  काशी का विकास मॉडल देश के लिए नज़ीर  बन रहा है। सात साल पहले यहाँ लटकते झूलते तार ,गन्दगी ,कूड़ो का अम्बार ,तंग और गन्दी गालियां  थी। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत लोगो के जीवन जीने में सुविधा प्रदन की जा रही है। ट्रैफिक व्यवस्था ,सुरक्षा ,सफाई सभी मोर्चो पर  इंटीग्रेटेड सिटी कमांड सेंटर बख़ूबी  काम कर रहा है। सरकार ने खुले में शौच को रोका है। इसके लिए लोगो को जागरूक करने के साथ ही  घरों में और सामुदायिक शौचालयों को बनवाया है । नगरीय  क्षेत्र के  स्वरूप में  प्रधानमंत्री ने काफी सुधार किया है। पूर्व की सरकार ने जो थोड़े विकास करते थे  है। व  व्यक्तिगत स्वार्थके लिए विकास  होते थे। अब काशी में आए  मेयर्स व्यवस्थित  विकास को देखें।

देश की इकोनॉमी 5 ट्रिलियन डॉलर करने  के और  अर्थव्यवस्था को ठीक करने के लिए नगरिया विकास की सबसे अधिक भूमिका होती है। इसके लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में तेजी से काम हो रहा है। 2014 के बाद से वाराणसी और  उत्तर प्रदेश विकास  के नए कीर्तिमान बना रहा है। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में हम सभी यहां से नए अनुभव लेकर जायेंगे । देश के महापौर को काशी से नए अनुभव व ऊर्जा की प्राप्ति होगी। काशी देखने के बाद महापौरों ने यहां के विकास कार्यों को  देखा और समझा। काशी के विकास के मॉडल को अनुभव किया। प्रधानमंत्री के इस प्रयास से देश की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार हो रहा।
योगी ने कहा 2014 के पहले गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालो के लिए घर कल्पना था  था.आज 17.5 लाख से ऊपर  लोगो को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर मिला।  शहरी क्षेत्र में एलईडी  लाइट ने बिजली बिल कम हुए पर्यावरण को है से बचाया गया। कचरा प्रबंधन ने सॉलिड  वेस्ट मैनेजमेंट के प्लांट भी शहरी विकास की नई तस्वीर दिखा रहा रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश आबादी के हिसाब से बहुत बड़ा  प्रदेश है। यहाँ 17 नगर निगम है। 200 नगर पलिका परिषद है। यूपी में 734 नगर निकायों में भी विकास का काम चल रहा है।    नगर में करीब 23 से 24 प्रतिशत आबादी रहती है। सात अमृत योजना के शहर चयनित है। यहाँ  भी  व्यवस्थित सुविधा के लिए  कार्य चल रहा।