शिवपाल की हुई दुर्गती से फिर दिखा अखिलेश का संस्कार : योगी
– करहल में अखिलेश को संस्कार विहीन साबित कर दिया मुख्यमंत्री ने
– पार्टी का संगठन खड़ा करने वाले चाचा शिवपाल के लिए कुर्सी तक नहीं
– अयोध्या में बन रहा भगवान राम का मंदिर भारत का राष्ट्र मंदिर : मुख्यमंत्री
– करहल में भाजपा के प्रत्याशी ने हिला दी सपा प्रत्याशी की चूलें : मुख्यमंत्री
– बसपा, सपा और कांग्रेस प्रदेश के विकास में बाधक, भाजपा गरीबों की साथी : सीएम
– नेता जी की विरासत को हथियाने के लिए करहल से चुनाव लड़ रहे अखिलेश : मुख्यमंत्री
– मैनपुरी की चारों विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी जीते रहे : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को समाजवादी पार्टी का गढ़ कहे जाने वाले मैनपुरी जिले में समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं पर जमकर बरसे। मुख्यमंत्री ने यह दावा भी किया कि मैनपुरी की चारों विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी जीत रहे हैं। इस जिले के करहल विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री ने शिवपाल यादव की दुर्गति का जिक्र कर सपा मुखिया अखिलेश यादव को संस्कारविहीन साबित कर दिया। करहल की जनसभा में मुख्यमंत्री ने अख़बारों में छपी उस फोटों का जिक्र किया, जिसमें अखिलेश और मुलायम सिंह यादव तो कुर्सी पर बैठे हैं पर शिवपाल सिंह कुर्सी के हत्थे पर बैठे दिख रहे हैं। इस फोटो को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि बेचारा शिवपाल जो प्रदेश नेता था, नेताजी का सिपहसलार था, हजारों लोग जिले साथ होते थे, उसे बैठने के लिए कुर्सी तक नहीं मिली। ऐसी एक फोटो आज उन्होंने देखी है। कैसे मुंह लटकाए बैठा था वह, क्या दुर्गती हुई उसकी, कुर्सी के हत्थे पर बैठना पड़ा उसे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आज के दिन किसी व्यक्ति की दुर्गति का जीता जागता नमूना देखना तो वह शिवपाल को देख सकते हैं। शिवपाल की इस हालत का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने करहल की जनसभा में कहा आजमगढ़ में चुनाव जीतने के बाद वहां ना जाने वाले अखिलेश यादव नेता जी की विरासत को हथियाने के लिए करहल से चुनाव लड़ने आये हैं।
मैनपुरी में मुख्यमंत्री की मैनपुरी विधानसभा और करहल विधानसभा में शुक्रवार को मुख्यमंत्री की जनसभा थी। मैनपुरी के क्रिश्चियन ग्राउंड में हुई पहली जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले यूपी में दंगे होते थे पर अब दंगे नहीं होते, जो दंगे करते थे वह जेल में हैं। अभी मैंने मरम्मत के लिए बुलडोजर भेज दिया है। 10 मार्च के बाद जब ये फिर से चलना आरंभ होगा तो जिन लोगों में अभी ज्यादा गर्म निकल रही है, ये गर्मी 10 मार्च के बाद अपने आप शांत हो जाएंगे। इस जनसभा के बाद मुख्यमंत्री करहल पहुंचे और यहां उन्होंने अखिलेश यादव के साथ ही बहुजन समाज पार्टी तथा कांग्रेस को निशाने पर रखा है। करहल की जनसभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां जनमानस के उत्साह को देखते हुए मैनपुरी की चारों सीटों पर भाजपा विजय पताका फहराएगी, यह विश्वास उन्हें हो गया है। यह दावा करते हुए करहल में अपनी करारी हार को देखते हुए सपा के लोग बौखला गए हैं। भाजपा प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल पर हुआ हमला उनकी बौखलाहट का नतीजा है। भाजपा के प्रत्याशी प्रो. एसपी सिंह बघेल ने सपा की चूलें हिला दी है।
यह दावा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब अखिलेश यादव यहां नामांकन को आए थे तो कह रहे थे, केवल पर्चा भरने आया हूं, लेकिन एसपी सिंह बघेल ने पांचवे दिन ही करहल आने पर मजबूर कर दिया। अखिलेश यादव करहल सीट पर क्यों चुनाव लड़ने आये? इसका भी खुलासा जनसभा में मुख्यमंत्री ने किया उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव आजमगढ़ से सांसद बने, लेकिन कोरोना काल में अखिलेश एक बार भी आजमगढ़ नहीं गए। वहां की जनता नाराज है, इसलिए वहां से नहीं लड़े। और अपने पिता की विरासत पर कब्जा करने के लिए करहल आ गए। यहां अब उनकी स्थिति आसमान से टपके और खजूर में अटके वाली हो गई है। यह कहते हुए मुख्यमंत्री ने अखिलेश यादव पर एक दूसरा हमला किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेताजी मुलायम सिंह यादव भी बहुत होशियार हैं। कल चुनावी सभा में नेताजी (मुलायम सिंह) ने कहा कि भाई तुम लोग जिसे चाहो नेता चुन लो। जबकि पीछे से दूसरा कह रहा था कि नाम ले लो, नेताजी कहने लगे की करहल से कौन लड़ रहा है। बताओ कैसी दुर्गति है कि पिता, पुत्र का नाम नहीं जान रहा।
सपा पर इस तरह से हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार ही उपलब्धियों को बताया कि कैसे मोदी योगी सरकार गरीबों, किसानों तथा युवाओं के लिए कार्य कर रही हैं। किसानों को सम्मान निधि मिल रही है। लोगों को फ्री राशन मिल रहा है। कोरोना से बचाव के लिए फ्री वैक्सीन लगी। जबकि सपा की सरकार ने दंगे होते थे। माफिया और पेशेवर अपराधी सत्ता पर हावी थे। पहले बेटियां सुरक्षित नहीं थीं। अब सपा और बसपा की गुंडागर्दी खत्म हो गई है। अब दंगा नहीं होता। और अगर कोई कोशिश करता है तो उसका पोस्टर चौराहों पर लग जाता है। मुख्यमंत्री ने अयोध्या में बन रहे भव्य राममंदिर का जिक्र किया और कहा कि जब अखिलेश यादव की सरकार बनी थी तो उस सरकर ने पहला काम भगवान राम के मन्दिर पर हमला करने वाले आतंकियों को छोड़ने का काम किया था। जबकि सरकार बनने पर पहला कार्य किसानों का ऋण माफ किया। हम ने कोरोना काल में फ्री में दवा, उपचार और वैक्सीन फ्री में दी। अखिलेश कहते थे ये तो मोदी वैक्सीन है। इस बार आप भी कह देना कि वोट भी भाजपा को ही देंगे क्योंकि जान तो भाजपा की वैक्सीन से बची है। भाजपा जो कहती है वो करके दिखाती है। यह दावा करते हुए मुख्यमंत्री यह भी कहा कि अयोध्या में बना रहा भगवान राम का भारत का राष्ट्र मंदिर होगा।