सीएम ने एनसीआर में कोरोना पर नियंत्रण के लिए उठाए गए कदमों की दी जानकारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना पर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री की वर्चुअल बैठक में भाग लिया और एनसीआर के जिलों में कोरोना के नियंत्रण के लिए उठाये गए कदमों के बारे में जानकारी दी। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सदी की सबसे बड़ी महामारी के बीच दो वर्षों में प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में न केवल महामारी के प्रसार पर नियंत्रण बनाने में सफलता प्राप्त की, बल्कि रिकवरी के स्तर को भी बेहतर रखा। प्रधानमंत्री जी के ट्रैक, टेस्ट, ट्रीट और टीकाकरण की नीति के सफल क्रियान्वयन से उत्तर प्रदेश में कोविड महामारी पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है।
कोरोना पर पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ हुई वर्चुअल बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने लिया हिस्सा
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री मोदी को उत्तर प्रदेश में कोरोना की स्थिति, उपचार के लिए मेडिकल सुविधाओं और भविष्य की चुनौतियों के मद्देनजर राज्य की तैयारियों के विषय में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि कोरोना को देखते हुए प्रदेश में पर्याप्त मेडिकल सुविधा उपलब्ध है। प्रदेश में 508 आक्सीजन प्लाट क्रियान्वित हैं। 42 हजार से अधिक आक्सीजन कंसंट्रेटर लोगों के लिए उपलब्ध हैं। इसके साथ प्रदेश में 6000 स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इमरजेंसी कोविड रिलीफ पैकेज के रूप में प्राप्त धनराशि का उपयोग प्रदेश में स्वास्थ्य के आधारभूत ढांचे को बेहतर बनाने में किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने जीवन और जीविका दोनों को बचाने का काम किया। कोरोना महामारी के बावजूद प्रदेश का राजस्व 25 फीसदी और निर्यात करीब 30 फीसदी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण करने में सफल रहा है। वर्तमान में कुल एक्टिव 1384 केस हैं और 19 भर्ती हैं। यह लोग पूर्व से ही विभिन्न तरह की बीमारियों से ग्रस्त हैं। प्रदेश में टेस्ट पाजिटीविटी रेट 1.87 फीसदी है। प्रदेश में इस कोरोना केस एक मिलियन में मात्र 6 है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एनसीआर के दो जिलों गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद में केस बढ़ने के रुझान को देखते हुए हमने इन दो जिलों के साथ-साथ पूरे एनसीआर और लखनऊ में फेस मास्क लगाया जाना अनिवार्य कर दिया है। हम हर दिन सवा लाख से डेढ़ लाख कोविड टेस्ट कर रहे हैं। पॉजिटिव पाए जा रहे लोगों का सैम्पल लेकर जीनोम सिक्वेंसिंग भी कराई जा रही है। अब तक के सभी परिणाम ओमिक्रोन अथवा इसके सब वैरिएंट होने की ही पुष्टि करते हैं।
उन्होंने कहा कि अभी तक उत्तर प्रदेश में 11 करोड़ से ज्यादा कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं और कुल 31.26 करोड़ से ज्यादा टीके लगाए जा चुके हैं। 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को टीके की कम से कम एक डोज दी जा चुकी है। वहीं 87 फीसदी व्यस्क लोगों को दोनों डोज दी जा चुकी है। 15 से 17 वर्ष के आयुवर्ग में 94 फीसदी लोगों को पहली डोज और 65 फीसदी को दोनों डोज दी जा चुकी है। 12 से 14 वर्ष के आयुवर्ग में पहली डोज के बाद पात्रता के हिसाब दूसरी डोज दी जा रही है।