दुनिया का सबसे अच्छा प्रांत बनाएंगे मध्य प्रदेश को

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा सरकार ने किया जनता के कल्याण की प्राथमिकताओं का निर्धारण
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश को देश का नहीं, बल्कि दुनिया का सबसे अच्छा प्रांत बनाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने जनता के कल्याण की प्राथमिकताओं का निर्धारण कर लिया है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बात  इंडियन इकोनॉमिक एसोसिएशन के  राष्ट्रीय अधिवेशन के इकोनॉमी ऑफ मध्य प्रदेश सत्र को संबोधित करते हुए कही। अधिवेशन में देशभर के 140 अर्थशास्त्रीय शामिल हुए थे। उन्होंने अर्थशास्त्रियों को विश्वास दिलाया कि संगोष्ठी के प्रतिभागियों से प्राप्त सुझावों का मध्यप्रदेश सरकार सार्थक  उपयोग करेगी।  मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने जनता के कल्याण की प्राथमिकताओं का निर्धारण कर लिया है। आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का रोडमेप गतवर्ष ही बना लिया गया था। मध्यप्रदेश को सिर्फ भारत का ही नहीं दुनिया का सबसे अच्छा प्रांत बनाने का संकल्प है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय था, जब मध्यप्रदेश के नागरिक सिंचाई, बिजली, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं  से वंचित थे। आज हम कृषि उत्पादन बढ़ाने के बाद कृषि विविधीकरण की ओर कदम बढ़ा पाए हैं।

नए साल में विभागीय बैठकों में बजट का  निर्धारण

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नए साल में 3 जनवरी से वे विभागीय बैठकें करेंगे। इन बैठकों में विभागों की समीक्षा की जाएगी और विभागीय बैठकों में बजट का निर्धारण भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी बजट के निर्धारण में आर्थिक क्षेत्र के विद्वानों और प्रमुख अर्थशास्त्रियों के शोध निष्कर्षों को आधार बनाया जाएगा।  जिन सुझावों पर तत्काल अमल संभव नहीं, उन पर दीर्घकालिक योजना में अमल किया जाएगा।

प्रकृति की अनदेखी के चलते आई कोविड जैसी समस्याएं

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अर्थशास्त्रियों के लिए यह विचारणीय है कि हम प्रकृति के संरक्षण के साथ अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की विधियों पर कार्य करें। आज कोविड जैसी समस्याएं प्रकृति की अनदेखी के फलस्वरूप सामने आयी है। मुख्यमंत्री  ने उम्मीद व्यक्त की कि यह संगोष्ठी आत्म-निर्भर भारत के लिए मार्गदर्शक होगी। ग्लोबल ट्रेड सहित अन्य महत्वपूर्ण विषय पर संगोष्ठी में हो रहा विचार-विमर्श राष्ट्रहित में उपयोगी रहेगा।

पृथ्वी के साथ सुखी समाज भी दिखे

मुख्यमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था की दिशा ऐसी होना चाहिए कि हम पृथ्वी भी बचा पाएं और धरती पर सुखी समाज देखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अर्थ के बिना दुनिया चल नहीं सकती। साथ ही अर्थ का अभाव व्यक्ति और राष्ट्र के लिए अच्छा नहीं माना गया है। कहते हैं अर्थ का प्रभाव भी श्रेष्ठ नहीं है।

कम लागत की प्राकृतिक खेती के क्षेत्र में करेंगे पायलट परियोजना प्रारंभ

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत  जनवरी माह में मध्यप्रदेश आएंगे। उनके मार्गदर्शन में अत्यंत कम लागत की प्राकृतिक खेती के क्षेत्र में मध्यप्रदेश में पायलेट परियोजना प्रारंभ करने का प्रयास है।  देवव्रत गौ संवर्धन के लिए अभियान संचालित कर चुके हैं। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और स्वच्छता अभियान से भी उनका गहरा लगाव रहा है। भारतीय संस्कृति एवं वैदिक मूल्यों के प्रचार-प्रसार से भी वे जुड़े रहे हैं।  आचार्य कुरुक्षेत्र में गुरुकुल प्रधानाचार्य भी रहे हैं।

 

द्वारा राजेंद्र पाराशर पत्रकार भोपाल