ज्योतिबा और सावित्री फुले की जीवनी पढ़ेंगे मध्यप्रदेश के विद्यार्थी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कर्मचारियों को दिया जाएगा ऐच्छिक अवकाश
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गरीबों, महिलाओं और दलितों के उत्थान के लिए काम करने वाले महात्मा ज्योतिबा और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले की जीवनी को प्रदेश के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि फुले जयंती के अवसर पर प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों को ऐच्छिक अवकाश भी दिया जाएगा। साथ ही मुख्यमंत्री ने घोषणा भी की कि प्रत्येक वर्श महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती को प्रदेश के अलग अलग स्थानों पर धूमधाम से मनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह घोषणा पिछड़ा वर्ग कल्याण के जननायक महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती समारोह को संबोधित करते हुए की। यह समारोह राज्य के दमोह में आयोजित किया गया था। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक समरसता के साथ सामाजिक न्याय मध्यप्रदेश सरकार का संकल्प हैं। महात्मा ज्योतिबा फुले से प्रेरणा लेकर मध्यप्रदेश सरकार इसी दिशा में कार्य कर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अब हर साल महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती पर शासकीय कर्मचारियों के लिए ऐच्छिक अवकाश रहेगा। पिछड़ा वर्ग सहित गरीबों, दलितों के उत्थान तथा बालिकाओं की शिक्षा के लिए जो महत्वपूर्ण कार्य महात्मा ज्योतिबा फुले और उनकी धर्मपत्नी सावित्री बाई फुले ने किये तथा उनके विचारों को दृष्टिगत रखते हुए मध्यप्रदेश सरकार उनकी जीवनी को शैक्षणिक पाठ्यक्रम में शामिल करेगी। दमोह जिले के लिए स्वीकृत एक सीएम राईज स्कूल का नाम महात्मा ज्योतिबा फुले के नाम पर होगा। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अब प्रत्येक वर्ष महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती को अलग-अलग स्थान पर धूमधाम से मनाया जाएगा।
देश में दो ही महात्मा
मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले का पूरा जीवन महिलाओं, गरीबों और किसानों के लिए सघंर्ष में बीता। उन्होंने महिला शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति पैदा की और विधवा विवाह की मुहिम चलाई। यही कारण रहा कि मुंबई में वर्ष 1888 में हुई किसान सभा में उन्हें महात्मा की उपाधि दी गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में दो ही महात्मा हुए, एक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और दूसरे महात्मा ज्योतिबा फुले। धन्य हैं भारत वर्ष जहां ऐसे महापुरुष पैदा हुए। महात्मा फुले ने अपने कर्मठ जीवन में जो इतिहास बनाया तथा पिछड़े एवं दलित वर्ग और महिलाओं के हित में जो कार्य किए, उसी का परिणाम है कि मध्यप्रदेश सरकार ने भी उन वर्गों के कल्याण और हित में अनेक योजनाएं चलाई।
बेटियों को जरूर पढ़ाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में सभी वर्गों के मेधावी बेटे-बेटियों की उच्च शिक्षा का खर्च भी सरकार वहन करेगी। सभी वर्ग के लाखों विद्यार्थियों को विगत माह सिंगल क्लिक द्वारा स्कॉलरशिप उनके खातें में सीधे पहुंचाई गई हैं। उन्होंने बडी संख्या में उपस्थित पिछड़ा वर्ग के लोगों को संकल्प दिलाया कि महात्मा ज्योतिबा फुले के बताए मार्ग पर चलकर अपनी बेटियों को जरूर पढ़ाएं मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियों को सम्मान मिलना चाहिए, उनका असम्मान करने वाले दुराचारियों को छोड़ा नहीं जाएगा, उन्हें कठोर सजा दिलवाई जाएगी।
जारी है महिला सशक्तिकरण अभियान
समारोह में ष्शामिल हुए केंद्रीय खाद्य प्र-संस्करण, उद्योग एवं जलशक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले ने सामाजिक विषमताओं को दूर करने का बीड़ा उठाया था। पटेल ने कहा कि ज्योतिबा फुले ने अपनी पत्नी के साथ जन-जागरण किया और वो जागरण महिला शिक्षा, बाल विवाह के विरोध और विधवा विवाह के समर्थन का जागरण था। इसीलिए समाज ने उन्हें महात्मा की उपाधि दी। पटेल ने महात्मा ज्योतिबा एवं उनकी पत्नी के चरणों में नमन करते कहा कि उन्होंने 200 वर्ष पूर्व जो अभियान चलाया, वह महिला सशक्तिकरण का अभियान लगातार जारी हैं।
द्वारा राजेंद्र पाराशर पत्रकार भोपाल