बलरामपुर। जिलाधिकारी अरविंद सिंह की अध्यक्षता में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा नहरों में टेल तक पानी, नेहरो की सिल्ट सफाई, नई सड़कों का निर्माण, चौड़ीकरण, सुदृणीकरण, ओडीआर, एमडीआर राज्य मार्गों का अनुरक्षण, सेतुओ का निर्माण, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, गोवंश संरक्षण, चिकित्सकों की उपलब्धता, गोल्डन कार्ड, परिवार नियोजन, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर की स्थिति, दावाओ की उपलब्धता, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, नेशनल एंबुलेंस सेवा, मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम, जननी सुरक्षा योजना, टीकाकरण, सामुदायिक शौचालय, हैंडपंप रिबोर, 15वे वित्त आयोग में खर्च की स्थिति, अपशिष्ट प्रबंधन, प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी, एनआरएलएम समूह का गठन की स्थिति, मनरेगा, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना, मत्स्य पालन हेतु तालाबों का आवंटन, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, सामूहिक विवाह योजना, सामाजिक पेंशन योजना, छात्रवृत्ति की स्थिति, कन्या सुमंगला योजना, पोषण अभियान, सामाजिक वनीकरण, दुग्ध समितियां के गठन की स्थिति, गन्ना मूल्य भुगतान, ऑपरेशन कायाकल्प, स्वरोजगार योजना, श्रम विभाग द्वारा संचालित योजना, प्रधानमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार सृजन कार्यक्रम, सहकारिता विभाग द्वारा समितियां का गठन आदि की समीक्षा की गई एवं आवश्यक दिशा- निर्देश दिए गए।
इस दौरान उन्होंने नहरों की सिल्ट सफाई का क्रॉस वेरिफिकेशन समिति बनाकर कराए जाने का निर्देश दिया। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग द्वारा सड़कों के निर्माण हेतु अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष कम प्रगति पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई, उन्होंने प्राप्त बजट के सापेक्ष खर्चे में तेजी लाए जाने का निवेश दिया। कृषि विभाग की योजनाओं की समीक्षा के दौरान उन्होंने सभी खंड विकास अधिकारियों को विकासखंड स्तर पर कृषि विभाग के साथ-साथ विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की नियमित एवं गहनता के साथ समीक्षा किए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा की खंड विकास अधिकारी आवास योजना, मनरेगा के कार्यों के साथ-साथ कृषि विभाग की योजनाएं, गोवंश संरक्षण आदि योजनाओं में रूचि दिखाएं एवं विकासखंड स्तर पर इनका सफल क्रियान्वयन करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि सड़कों पर कोई भी छुट्टा गोवंश ना दिखे, इसके लिए गोवंश संरक्षण केंद्रों की क्षमता में वृद्धि की जाए तथा अभियान चलाकर छुट्टा जानवरों को गोवंश संरक्षण केंद्र में संरक्षित किया जाए। गोवंश संरक्षण केंद्र में संरक्षित गोवंश के लिए पेयजल, हरा चारा, चिकित्सीय सुविधा आदि की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने नेशनल एंबुलेंस सेवा की एंबुलेंस का सत्यापन कराए जाने एवं सत्यापन रिपोर्ट के अनुसार भुगतान किए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने सामुदायिक शौचायलयों का प्रयोग आमजनमानस करें इसके लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाने तथा स्वयं सहायता समूहों द्वारा इनका संचालन प्रभावी ढंग से कराए जाने का निर्देश दिया।
प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के समीक्षा के दौरान उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि इसमें किसी भी प्रकार की अनियमित ना हो इसका ध्यान रखा जाए वरना संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने दिव्यांगजन पेंशन में अभियान चलाकर पात्रों को चिन्हित करते हुए पेंशन योजना का लाभ दिए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए विकासखंड स्तर तहसील स्तर पर मेगा कैंप पर लगाया जाए।
कन्या सुमंगला योजना में प्रगति लाए जाने का निर्देश दिया, उन्होंने कहा कि इसमें प्रोबेशन विभाग के साथ-साथ बेसिक शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग भी शामिल है । सभी संबंधित अधिकारी आपस में समन्वय करते हुए पात्रों को योजना का लाभ दें। दुग्ध समितियां के गठन की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा इसके लिए महिला स्वयं सहायता समूह को आगे लाया जाए।
श्रम विभाग की योजनाओं की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि श्रम विभाग का कार्य एनफोर्समेंट के साथ साथ विकास का भी है। उन्होंने श्रम विभाग की विकास योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण के लिए जिला विकास अधिकारी एवं परियोजना निदेशक डीआरडीए की दो सदस्य टीम में बनाए जाने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी संबंधी विभागों के अधिकारी विकास कार्यों में तेजी लाए। लोक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्रों तक पहुंचे यह सुनिश्चित करें। विकास कार्यों से संबंधित अधिकारी नवाचार करने का प्रयास करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी संजीव कुमार मौर्य, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुशील कुमार, परियोजना निदेशक डीआरडीए सीपी श्रीवास्तव, जिला विकास अधिकारी गिरीश चंद्र पाठक, जिला पंचायत राज अधिकारी निलेश प्रताप सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी, उपनिदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड, निर्माण खंड, जिला अल्पसंख्यक अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, सहायक निदेशक मत्स्य व अन्य संबंधित अधिकारी/ कर्मचारी गण उपस्थित रहे।