जनप्रतिनिधि को होना चाहिए शालीन और धैर्यवान: योगी
ठेके -पट्टे और ट्रांसफर पोस्टिंग से खुद को दूर रखें जनप्रतिनिधि : मुख्यमंत्री नकारात्मक कार्य से जनता के बीच नहीँ बनेगी अच्छी छवि : सीएम विधानसभा के तिलक हाल में प्रबोधन कार्यक्रम के समापन पर मुख्यमंत्री का उद्बोधन यूपी में ई-विधान लागू करना अच्छा प्रयास, तकनीकी से विकास में बढ़ेंगे आगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनप्रतिनिधियों से शालीन और धैर्यवान बनने की अपेक्षा करते हुए ठेके पट्टे और ट्रांसफर-पोस्टिंग से खुद को दूर रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि ठेके पट्टों के प्रति निष्ठावान रहने वालों को जनता एक समय बाद बाहर कर देती है। जनप्रतिनिधि को केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं को लागू कराने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी शनिवार को विधानसभा के तिलक हाल में विधायकों के प्रबोधन के समापन अवसर पर संबोधित कर रहे थे । उन्होंने कहा कि 25 करोड़ की जनता ने बहुत विश्वास से आप 403 लोगों को अपना नेता चुना है। लिहाजा आपको जनता के प्रति जवाबदेह होना होगा। इसके लिए अपना टाइम टेबल तय कीजिये। हमने सप्ताह के अंत में जिलों के दौरे में रहने का तय किया है। आपको भी ऐसा करना चाहिए। सोमवार से बृहस्पतिवार तक हम यहाँ राजधानी में शासकीय कार्य करेंगे। समय लेकर जनप्रतिनिधि मिल सकते हैं। इसके बाद हम जिलों के दौरों पर निकलेंगे। सीएम ने कहा कि एक आदर्श जनप्रतिनिधि की छवि आपको जीवनभर एक पहचान दिलाएगी। वहीं नकारात्मक छवि आपको जीवनभर वही पहचान बन जाएगी। इसलिए हमें नकारात्मकता से बचना चाहिए । जनता सब कुछ देखती है। सदन में सब देखती है। आप नकारात्मक कार्य करेंगे तो जनता के बीच आप की छवि अच्छी नहींं बन सकती है। लिहाजा हमें सकारात्मक भाव के साथ कार्य करते हुए आगे बढ़ना है। सकारात्मक भाव से कार्य करेंगे तो जनता भी आपके प्रति विश्वास व्यक्त करती है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 1998 से मैं भी राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन में हूँ। इस दौरान सांसद और विधायक दोनों रूप में रहा और यह महसूस किया कि एक जनप्रतिनिधि जनता के साथ जितना अधिक आत्मीयता से जुड़ेगा, वह उतना ही विश्वास से काम कर पाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सांसद रहते देखा है कि गोरखपुर व आसपास के इलाकों में इंसेफेलाइटिस बीमारी के प्रकोप से हर साल हजारों बच्चे काल का ग्रास बन जाते थे। गोरखपुर में एक ही बीआरडी मेडिकल कालेज था, जहाँ गंदगी का अंबार था, मैंने वहाँ जाकर वहाँ की स्थितियां देखीं हैं। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन संसाधनों की कमी की वजह से लाचार था । स्थानीय सहयोग से संसाधन इकट्ठा कर मैने कालेज को उपलब्ध कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंसेफेलाइटिस बीमारी और उसकी परिस्थितियों को देखते हुए जब 20 साल बाद जब मैं उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री पहुंचा तो मैने अंतर विभागीय समन्वय बना कर उस पर कार्य करना शुरू किया। उसी का नतीजा है कि इंसेफेलाइटिस से आज होने वाली मौतों में 95 फीसदी की कमी आयी है । यही माडल कोरोना काल में काम आया, जो देश दुनिया में एक माडल के रूप में सराहा गया।
छह जून को विधानसभा का संयुक्त सत्र, राष्ट्रपति का होगा संबोधन
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज राजनेता अविश्वास का प्रतीक बन गया है। यहां सदन की आपकी स्वस्थ चर्चा- परिचर्चा आपको विश्वास का प्रतीक बनाएगा। उन्होंने बताया कि 6 जून को विधानसभा का एक संयुक्त सत्र होगा, जिसमें राष्ट्रपति शामिल होंगे। हम सभी को उन्हें शालीनता से सुनना होगा। उन्होंने कहा कि सदन में चर्चा होनी चाहिए। जरूरत हो तो रातभर चर्चा होनी चाहिए। यही अभ्यास आपको अच्छे और आदर्श जनप्रतिनिधि के रूप में आपकी पहचान कराती है। इसी से आपके कार्यकाल को पहचाना जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि विधानसभा में आने वाला सदस्य केवल सत्तापक्ष या विपक्ष का सदस्य नही होता है। जब हम नवाचार से काम करेंगे तो संदेश दूर तक जाता है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि कम शब्दों में जनहित के मुद्दों को उठायें।
सीएम योगी ने ई विधान व्यवस्था की चर्चा करते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश में ई विधान कार्यक्रम लागू करने का अच्छा प्रयास हुआ है। आप सभी लोग स्मार्टफोन और डिवाइस करते हैं लिहाजा इसमें कोई परेशानी भी नही है। इस तकनीकी के जरिये यूपी के विकास में आगे बढ़ेंगे।
आपसी समन्वय से आगे बढ़ रहा उत्तर प्रदेश
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तरप्रदेश प्रदेश को आपसी समन्वय और चर्चा के आधार पर एक संदेश देना है । इसके लिए हम काम कर रहे हैं। इसी का नतीजा है कि अलविदा की नमाज़ सड़कों पर नही हुई। लाउडस्पीकर उतारने में भी कोई भेदभाव नही हुआ। हमने समन्वय बनाकर और चर्चा करके इसे पूरा किया। जो लाउडस्पीकर उतारवाए गये हैं, उन्हें स्कूलों में दान दिया गया है । सब कुछ आपसी सहयोग से हुआ। सीएम ने कहा कि हमको उत्तर प्रदेश को लेकर एक संदेश देना है, जिसके लिए हम कार्य कर रहे हैं ।